Happy Deepawali

कुछ तेल जला ,कुछ बाती,
तब है रौशनी आती।
संघर्ष सिखाता दीपक,
घनघोर निशा जब आती।
कुछ दीप – दान में दे दें,
उम्मीद किरण से भर कर,
रश्मि कुछ ऐसे बिखरे,
जो आस ज्योति से आती।
ज्योति राय
‘जीवन ज्येाति’
लखनऊ

Leave a comment

Create a free website or blog at WordPress.com.

Up ↑